Gyanvapi Masjid Case(ज्ञानवापी सर्वे, Gyanvapi Mosque Survey, मुस्लिम पक्ष) ज्ञानवापी मस्जिद केस में क्या है विवाद, क्यों हो रहा है सर्वे, कब कोर्ट ने क्या दिया है आदेश?
Gyanvapi Masjid Case(Chart)/ज्ञानवापी मस्जिद विवाद
क्या है मामला? | Gyanvapi Masjid Case/ज्ञानवापी मस्जिद विवाद |
मालमे की शुरुआत? | अगस्त 2021 |
इतिहास | 350 साल से भी ज्यादा पुराना है. |
पहला सर्वे का आदेश ? | 8 अप्रैल 2022(दीवानी अदालत ने परिसर के सर्वेक्षण का आदेश) |
मस्जिद के ऊपर हिन्दू पक्ष? | मस्जिद की जगह मंदिर था पहले। |
केस में क्या हो रहा है? | उच्चतम न्यायालय ने परिसर में एएसआई के सर्वेक्षण पर 26 जुलाई शाम पांच बजे तक रोक लगाई. |
Gyanvapi Mosque Survey/ज्ञानवापी सर्वे को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला
सुप्रीम कोर्ट(Suprem Court) के आदेश के बाद आज सुबह एएसआई (ASI) की टीम सर्वे करने पहुंची थी। उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) के वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद केस(Gyanvapi Masjid Case) में सुप्रीम कोर्ट ने आज सुबह ही कहा है कि 26 जुलाई शाम 5 बजे तक ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का कोई एएसआई (ASI) सर्वेक्षण(Survey) नहीं होगा। इस बीच मस्जिद समिति सुप्रीम कोर्ट का रुख करेगी। यह रोक इसलिए लगाई गयी है क्योकि मस्जिद समिति के वकील पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट से अभी सर्वेक्षण नहीं करने की मांग की है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर मुस्लिम पक्ष सुनेगी और फिर अपना फैसला देग।
Gyanvapi Masjid Case में अब तक अदालत में क्या-क्या हुआ है ?
August 2022: ज्ञानवापी मस्जिद(Gyanvapi Masjid) परिसर में रोजाना पूजा-पाठ की अनुमति के लिए पांच हिंदू महिलाओ ने वाराणसी की दीवानी अदालत(Civil court) में याचिका(petition) दायर की.
8 April 2022: दीवानी अदालत(Civil court) ने परिसर के सर्वेक्षण(Survey) का आदेश दिया और अजय कुमार मिश्रा(Ajay kumar Mishra) को इस कार्य का प्रभारी नियुक्त किया गया था।
13 May 2022: उच्चतम न्यायालय(Supreme court) ने ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी परिसर में सर्वेक्षण को देखते हुए, वही स्थिति रखने का अंतरिम आदेश देने से इनकार किया गया था।
17 may 2022: Supreme court ने अंतरिम आदेश पारित कर वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट(District Magistrate) को (परिसर के अंदर के क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
20 May 2022: Supreme court ने मामले को सिविल जज(civil judge) से जिला जज(District Judge) को स्थानांतरित(transferred) कर दिया.
14 October 2022: Varanasi District Court ने ‘शिवलिंग’जैसी आकृति की कार्बन डेटिंग(Carbon Dating) की याचिका खारिज(dismissed) कर दी गयी।
10 November 2022: उच्चतम न्यायालय मामले की सुनवाई के लिए एक पीठ गठित करने पर सहमत हुआ.
12 May 2023: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने आधुनिक तकनीक से ‘शिवलिंग’ जैसी आकृति की आयु(age) निर्धारित करने का आदेश दिया.
19 May 2023: उच्चतम न्यायालय ने ‘शिवलिंग’ जैसी आकृति(shape)की आयु(age) निर्धारित करने के लिए वैज्ञानिक सर्वेक्षण() के अमल को रोक दिया गया।
21 July 2023: वाराणसी जिला अदालत ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI)/ Archaeological Survey of India को आवश्यक होने पर खुदाई करने सहित सर्वेक्षण का निर्देश दिया ताकि पता लगाया जा सके कि क्या मस्जिद उस स्थान पर बनाई गई गई है या नहीं जहां पहले एक मंदिर था.
24 July 2023: ज्ञानवापी मस्जिद केस(Gyanvapi Masjid Case) में सुप्रीम कोर्ट ने आज सुबह ही कहा है कि 26 जुलाई शाम 5 बजे तक ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का कोई एएसआई (ASI) सर्वेक्षण(Survey) नहीं होगा।
वर्तमान में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण कौन है?
IAS अधिकारी वी. विद्यावती को 12 मई 2020 से प्रभावी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के नये महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण क्या करता है?
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) एक भारतीय सरकारी एजेंसी(Government Agency) है जो पुरातात्विक अनुसंधान और देश में सांस्कृतिक ऐतिहासिक स्मारकों/ Cultural Historical Monuments के संरक्षण के लिए जिम्मेदार है।
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Q.1 भारत में कितने पुरातत्व स्थल हैं?
Ans.1 एएसआई(ASI) के पास राष्ट्रीय महत्व के 3500 से अधिक संरक्षित स्मारक और पुरातात्विक स्थल हैं।
Q.2 पुरातत्व कितने प्रकार के होते हैं?
Ans.2 1.सांस्कृतिक- ऐतिहासिक पुरातत्व
2. प्रक्रियात्मक पुरातत्व (नया पुरातत्व)
3. व्यवहारात्मक पुरातत्व
4. उत्तर प्रक्रियात्मक पुरातत्व
Q.3 भारत में पुरातत्व विभाग की स्थापना कब हुई थी?
Ans.3 संस्कृति मंत्रालय के तहत भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की स्थापना वर्ष 1861 में की गई थी।
Bhut hi knowledgeable content hai..
Aage bhi esi hi posts daalte rahe.